Few Sentences on Aryabhatta in Hindi In this article, we are providing 10 lines about Aryabhatta in Hindi. In this few / some lines on Aryabhatta, you will get a few sentences about Aryabhatta in Hindi. A short essay on Aryabhatta. हिंदी में आर्यभट पर 10 वाक्य। 5 Sentences on Aryabhatta in Hindi आर्यभट प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे। वह चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार के नवरत्नों में से एक थे। इनका जन्म शक संवत् 398में कुसुमपुर में हुआ था। 10 Sentences on Aryabhatta in Hindi आचार्य आर्यभट नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति थे। इन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की। शून्य की खोज का श्रेय आर्यभट को ही जाता है।
Few Sentences on Aryabhatta in Hindi
In this article, we are providing 10 lines about Aryabhatta in Hindi. In this few / some lines on Aryabhatta, you will get a few sentences about Aryabhatta in Hindi. A short essay on Aryabhatta. हिंदी में आर्यभट पर 10 वाक्य।
5 Sentences on Aryabhatta in Hindi
- आर्यभट प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे।
- वह चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार के नवरत्नों में से एक थे।
- इनका जन्म शक संवत् 398में कुसुमपुर में हुआ था।
- इन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की।
- वे एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ खगोलशास्त्री भी थे।
10 Sentences on Aryabhatta in Hindi
- आर्यभट प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे।
- वह चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार के नवरत्नों में से एक थे।
- इनका जन्म शक संवत् 398में कुसुमपुर में हुआ था।
- आचार्य आर्यभट नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
- इन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की।
- शून्य की खोज का श्रेय आर्यभट को ही जाता है।
- वे एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ खगोलशास्त्री भी थे।
- आर्यभट्ट के कार्यों की जानकारी उनके ग्रंथों से मिलती है।
- आर्यभट्ट ने सूर्यसिद्धान्त नामक ग्रन्थ की रचना की।
- इसमें उन्होंने बताया की पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है।
15 Sentences on Aryabhatta in Hindi
- आर्यभट प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे।
- वह चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार के नवरत्नों में से एक थे।
- इनका जन्म शक संवत् 398में कुसुमपुर में हुआ था।
- आचार्य आर्यभट नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
- वह कालिदास तथा वराहमिहिर के समकालीन थे।
- इन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की।
- शून्य की खोज का श्रेय आर्यभट को ही जाता है।
- दशमलव प्रणाली की खोज भीआर्यभट ने ही की थी।
- वे एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ खगोलशास्त्री भी थे।
- आर्यभट्ट के कार्यों की जानकारी उनके ग्रंथों से मिलती है।
- आर्यभट्ट ने सूर्यसिद्धान्त नामक ग्रन्थ की रचना की।
- इसमें उन्होंने बताया की पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है।
- उन्होंने यह सिद्ध किया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है।
- उनकी खगोल विज्ञान प्रणाली का नाम औदायक प्रणाली था।
- भारत के पहले कृत्रिम उपग्रह का नाम भी आर्यभट है।
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