DIWALI RHYMES IN HINDI
आई दीवाली आई दीवाली
बच्चों को हर्षाने वाली
घर-घर में होती है सफाई
माताएं बनाए मेवा-मिठाई
बच्चों के मन बहाने वाली
आई दीवाली आई दीवाली
घर-घर में हैं दीप जलाते
पट-पटा-पट जलें पटाखे
झर - झर - झर - झर
छूटें फुलझड़ियाँ और अनार
आई दीवाली आई दीवाली
कविता संख्या - 2
दिवाली आई, दिवाली आई,
खुशियो की बहार लायी।
धूम धमक धूम-धूम, चकरी,
बम, हवाई इनसे बचना भाई।
दिवाली आई, दिवाली आई,
खुशियो की बहार लायी।
पटाखे बाजे धूम-धूम, धूम-धूम।
आओ मिलकर नाचे गए हम और तुम।
घर घर दीप जलेंगे, आएगी मिठाई।
दिवाली आई, दिवाली आई,
खुशियो की बहार लायी।
कविता संख्या - 3
दीपों का त्योहार दीवाली।
खुशियों का त्योहार दीवाली॥
वनवास पूरा कर आये श्रीराम।
अयोध्या के मन भाये श्रीराम।।
घर-घर सजे , सजे हैं आँगन।
जलते पटाखे, फ़ुलझड़ियाँ बम।।
लक्ष्मी गणेश का पूजन करें लोग।
लड्डुओं का लगता है भोग॥
पहनें नये कपड़े, खिलाते है मिठाई ।
देखो देखो दीपावली आई॥
कविता संख्या - 4
दीप जलाओ दीप जलाओ
आज दिवाली रे।
खुशी-खुशी सब हँसते आओ
आज दिवाली रे।
मैं तो लूँगा खील-खिलौने
तुम भी लेना भाई
नाचो गाओ खुशी मनाओ
आज दिवाली आई।
आज पटाखे खूब चलाओ
आज दिवाली रे
दीप जलाओ दीप जलाओ
आज दिवाली रे।
नए-नए मैं कपड़े पहनूँ
खाऊँ खूब मिठाई
हाथ जोड़कर पूजा कर लूँ
आज दिवाली आई।
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