आदर्श नागरिक पर अनुच्छेद लेखन
संकेत बिंदुनागरिक का अर्थ
नागरिक और देश का सम्बन्ध
राष्ट्र का गौरव बढ़ाना
सच्चा नागरिक
आदर्श नागरिक से तात्पर्य है की एक ऐसा देशवासी जिसका व्यवहार देश तथा देशवासियों के हित में हो। नागरिक और देश एक-दूसरे से पूर्ण रूप से जुड़े हैं। किसी देश के नागरिक ही उस देश का सम्मान घटाते या बढ़ाते हैं। आदर्श नागरिक वह है जो अपने देश के सभी नियम-कानूनों का पूरी तरह से पालन करता है। पूरी तरह से क़ानून का पालन करने का तात्पर्य है, कि वह क़ानून को धोखा देने की कोशिश ना करे। यदि कोई क़ानून उसकी निजी इच्छा के विरुद्ध हो, तो भी वह समाज की इच्छा का सम्मान करते हुए अपनी निजी इच्छा को रोके या फिर क़ानून के विरुद्ध जनमत खड़ा करके क़ानून को बदलवाए। कर्तव्य का पालन करने वाला नागरिक श्रेष्ठ होता है। साथ ही अधिकारों के प्रति सजग होना भी उसकी विशेषता होती है। इतिहास साक्षी है की महात्मा गांधी को उनकी इसी विशेषता ने महान बनाया था। यदि वे अन्याय के विरुद्ध खड़े ना होते तो आज भारत आज़ाद ना होता। आदर्श नागरिक अपने गुण, धर्म, शक्ति, बुद्धि का विकास करके राष्ट्र का गौरव बढ़ता है। जहाँ दारासिंह जैसे पहलवान, लता-आशा जैसी गायिकाएं, सचिन-साइना नेहवाल जैसे खिलाड़ी, मेघा पाटेकर जैसी समाजसेवी हो, उस देश का सम्मान अपने आप बढ़ जाता है। इसलिए हर नागरिक को चाहिए की वह अपनी शक्ति और क्षमता को पहचानकर ऊंचाइयों की ओर ले जाए जिससे वे देश का गौरव बन सके।
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